राजस्थान में प्रतियोगी परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज बड़ा तोहफा दिया। अब युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बार-बार आवेदन शुल्क जमा नहीं करना पड़ेगा। वन टाइम रजिस्ट्रेशन फीस प्रणाली से ही आवेदक सभी परीक्षाओं में बैठ सकेंगे। राज्य सरकार ने वन टाइम रजिस्ट्रेशन के लिए सामान्य वर्ग, राजस्थान के क्रीमीलेयर श्रेणी के अन्य पिछड़ा वर्ग/अति पिछड़ा वर्ग के आवेदकों के लिए 600 रुपए तथा शेष अन्य श्रेणी के लिए 400 रुपए का शुल्क निर्धारित किया है।
गहलोत ने वनटाइम रजिस्ट्रेशन फीस प्रणाली में निर्धारित शुल्क के अनुसार परिपत्र जारी करने के लिए प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की है। इससे राजस्थान लोक सेवा आयोग एवं राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए वन टाइम रजिस्ट्रेशन के बाद कोई शुल्क नहीं देना होगा। इससे राज्य सरकार पर लगभग 200 करोड़ रुपए का वित्तीय भार आएगा। गहलोत ने वर्ष 2023-24 के बजट में वन टाइम रजिस्ट्रेशन के बाद राज्य द्वारा आयोजित सभी भर्ती परीक्षाओं को निशुल्क करने की घोषणा की गई थी।
