यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा को डीएलएफ लैंड डील में बड़ी राहत मिली है। हरियाणा सरकार ने करोड़ों रुपए की इस लैंड डील से जुड़े एक मामले में प्रियंका गांधी के पति राबर्ट वाड्रा को क्लीन चिट दे दी है। राज्य सरकार ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में दायर एक हलफनामे में कहा कि राबर्ट वाड्रा, हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और अन्य के खिलाफ चल रहे लैंड डील से जुड़े मामले में कोई अनियमितता नहीं पाई गई। इस मामले में गुरुग्राम पुलिस ने राबर्ट वाड्रा, भूपेंद्र हुड्डा और अन्य के खिलाफ भूमि सौदे में अनियमितता को लेकर केस दर्ज किया था। यह मुकदमा पांच साल पहले दर्ज किया गया था, जिसमें अब राबर्ट वाड्रा को क्लीन चिट मिला है।
हरियाणा सरकार ने हाईकोर्ट को सूचित किया है कि रॉबर्ट वाड्रा की स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी द्वारा डीएलएफ को जमीन हस्तांतरण में नियमों का कोई उल्लंघन नहीं किया गया है। सरकार ने हलफनामे में कहा, तहसीलदार, मानेसर, गुरुग्राम द्वारा यह बताया गया था कि मैसर्स स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने 18 सितंबर, 2019 को मेसर्स डीएलएफ यूनिवर्सल लिमिटेड को 3.5 एकड़ जमीन बेची थी। उक्त लेनदेन में किसी भी नियम / नियमों का उल्लंघन नहीं किया गया है।
तहसीलदार, वजीराबाद, गुरुग्राम से प्राप्त रिपोर्ट में कहा गया है कि विचाराधीन भूमि मैसर्स डीएलएफ यूनिवर्सल लिमिटेड के नाम पर नहीं मिली है और भूमि अभी भी एचएसवीपी/ एचएसआईआईडीसी, हरियाणा के नाम पर मौजूद है।
भाजपा ने 2014 के लोकसभा चुनावों में भूमि सौदे में कथित भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद को प्रमुख चुनावी मुद्दा बनाया था। महानिरीक्षक (गुरुग्राम) राजश्री सिंह ने हलफनामे में कहा है कि अब तक हरियाणा में सांसदों और विधायकों के खिलाफ आठ मामले दर्ज किए गए हैं और उनकी जांच की जा रही है। 1 सितंबर, 2018 को गुरुग्राम पुलिस ने हुड्डा, वाड्रा और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
