मौसम चक्र बदलने के साथ ही मौसम विभाग ने 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से धूल भरी आंधी चलने औरबीकानेर, जैसलमेर, जोधपुर, चूरु आदि जिलों में वज्रपात की संभावना जताई है। कुछ स्थानों पर बौछार भी पड़ सकती है। विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है। साथ ही चेताया है कि मेघ गर्जन के समय लोग सुरक्षित स्थान पर जाएं। पेड़ों के नीचे कतई न रुकें।
जयपुर मौसम केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया 28 से 30 अप्रैल तक प्रदेश में बहुत तेजी से मौसम बदलेगा। 50 किलोमीटर की गति से आंधी आने की संभावना है। जिस तरह से पश्चिमी विक्षोभ के बाद परिसंचरण तंत्र बना हुआ है, इससे पूरे प्रदेश में फुहार पड़ने और हल्की बारिश होने की संभावना है। व्रजपात और ओले भी गिर सकते हैं।
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से चलते तापमान में कमी आई है। राजस्थान के ज्यादातर हिस्सों में सुबह और शाम गुलाबी सर्दी का असर देखा जा रहा है। पिछले 48 घंटों में तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस कमी आई है। मई के पहले सप्ताह में एक और पश्चिमी विक्षोभ आने वाला है। इस कारण पांच मई तक राजस्थान का मौसम सुहाना रहेगा।
भूमध्य सागर से हिमालय होते हुए राजस्थान आया पश्चिमी विक्षोभ पूरे देश को प्रभावित कर रहा है। बारिश का यह तंत्र राजस्थान से लेकर उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश से लेकर गुजरात तक असर कर रहा है। अप्रेल में अब तक चार पश्चिमी विक्षोभ आ चुका है। मौसम विभाग ने मई आरंभ में भी पश्चिमी विक्षोभ के कारण बरसात का दौर जारी रहेगा।
