सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की नज़र अब यूट्यूब के कंटेंट पर भी होगी। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव अपूर्व चंद्रा ने बताया कि मणिपुर के काफी हैंडल्स ब्लॉक किए गए हैं और उनपर कार्रवाई हो रही है। गलत कंटेंट को लेकर एक न्यूलज चैनल दो दिन के लिए बैन भी किया गया। फैक्टं चेक यूनिट को और सुदृढ़ करने की दिशा में काम हो रहा है। अब इसमें अपील का भी अधिकार होगा।
सूचना एवं प्रसारण सचिव ने बताया कि सोशल मीडिया के काफी कंटेंट को हम मॉनिटर करते हैं। मणिपुर में भी काफी हैंडल्स से वीडियो डाले गए, जिससे भ्रांति हो सकती थी और लोगों में गलत संदेश जा सकता है। ऐसे में हम इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के साथ मिलकर कारवाई कर रहे हैं। कुछ न्यूज चैनल पर भी कारवाई की गई है। एक टीवी चैनल जो मणिपुर का नहीं है, उसके कंटेंट को लेकर उसको दो दिन के लिए बैन किया है। कंटेंट गलत न जाए, उसको लेकर हमारा सतत प्रयास है।
उन्हों ने बताया कि फैक्टस चेक यूनिट को लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने नियम भी बनाए हैं। इसके अलावा हम फैक्टै चेक यूनिट्स को सुचारू बनाने को लेकर काम कर रहे हैं. इससे लोगों को पता रहेगा कि कौन-कौन सी कार्रवाई की गई है। वेबसाइट के ज़रिए लोगों की जानकारी में हो कि किन-किन चीजों पर कार्रवाई की है। फैक्टर चेक यूनिट के अंदर शिकायत निवारण और अपील करने का सिस्टम भी विकसित कर रहे हैं। अगर किसी चैनल की खबर को हम मिसलीडिंग करार देते हैं, तो उनके पास भी अपील करने की सुविधा होगी। अपूर्व चंद्रा ने कहा कि यूट्यूब के चैनल्स को फिलहाल नहीं देखा जा रहा है, लेकिन आगे हम निश्चित कंटेंट को देखकर कारवाई करेंगे। (साभार—एनडीटीवी)
