राजस्थान के टोंक जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। वहां सरकारी नौकरी में छूट लेने के लिए पति ने अपनी पत्नी को तलाक दे दिया। पुलिस मामले की पूरी जांच में जुट गई है। यह मामला तब खुला, जब पति दूसरी महिला के पास जाने लगा।
राजस्थान में परित्यक्ता को सरकारी नौकरियों में वरीयता और छूट दी जाती है। यही नहीं, वही महिला नौकरी मिलने के बाद पुनःविवाह भी कर सकती हैं। बताते हैं कि इस सुविधा का गलत फायदा उठाया जा रहा है। लोग अपनी पत्नी से तलाक लेकर सरकारी छूट का लाभ लेने के बाद फिर से उसी के साथ विवाह कर रहे हैं।
मामले के अनुसार टोंक जिले के एक थाने में विवाहिता ने शारीरिक शिक्षक पति के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कराया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सहायक उपनिरीक्षक रतनलाल ने बताया कि 32 वर्ष विवाहिता ने इस आशय का मामला दर्ज करवाया है कि उसका विवाह पीपलू निवासी के साथ 15 मई 2005 को हो गया था। जब वह बालिग हुई तब 2008 में गौना हुआ, लेकिन कई दिनों तक साथ रहने के बाद पति ने कहा कि वह पढ़ी-लिखी है और उसकी तलाक से नौकरी लग जाएगी। इसलिए तलाक लेकर उसकी नौकरी का प्रयास करते हैं।
2018 को पति ने पत्नी को 100 रुपए के स्टांप पर तलाकनामा लिखवा कर तलाक दे दिया। इसके बाद भी पत्नी अपने पति के साथ कई जगह रही, लेकिन वह बार-बार उसको इस बात का हवाला देती थी कि उसके और मेरे बीच तलाक हो गया। किसी प्रकार की कोई जबरदस्ती नहीं करें। लेकिन पति ने उसके साथ कई बार जबरदस्ती की। इससे महिला के एक लड़के हो गया।
उसके बाद विवाहिता भीलवाड़ा रहने लगी। वहां उसका जेठ मोरपाल उसके साथ छेड़छाड़ करने लगा। इसकी जानकारी उसने उसके पति को दी तो वह उसके साथ मारपीट करने लगा और कहने लगा कि तेरे मेरे बीच तलाक हो गया है। बाद में परिवार वालों के दबाव में 4 जून 2020 को उसने वापस उसके साथ विवाह कर लिया। अब पति कई दिनों तक साथ रहने के बाद कह रहा है कि उसके साथ नहीं रहेगा। वह किसी दूसरी महिला जो कि अध्यापिका है उसके साथ विवाह करेगा। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पीड़िता के बयान दर्ज कर लिए। मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। (साभार—राजस्थान पत्रिका)
